- भारत संघ 32,87,590 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करता है। यह दुनिया में 7वाँ सबसे बड़ा देश है और यह दक्षिण एशिया का एक महत्वपूर्ण देश है।
- दक्षिण एशिया 4,488 मिलियन वर्ग किमी है जिसमें से भारत का सबसे बड़ा क्षेत्र है यह कुल क्षेत्रफल का 73.2% है।
- यह दक्षिण एशिया में दूसरा सबसे बड़ा देश है, पाकिस्तान से 4 गुना, और ब्रिटेन से 12 गुना बड़ा है और जापान की तुलना में 8 गुना बड़ा है।
- भारत अक्षांश (latitude) 8o4′ उत्तर से 37o6′ उत्तर और देशांतर(Longitude) ग्रीनविच (Greenwhich) से 68o7’ पूर्व से 97o25’ पूर्व भूमि में फैला है । भारतीय क्षेत्र में सुदूर दक्षिण भाग में बिंदु, ग्रेट निकोबार द्वीप समूह में इंदिरा प्वाइंट (6o45’’) है, जबकि भारतीय मुख्य भूमि के दक्षिण भाग में बिंदु कन्याकुमारी(Cape comorin) है, यह देश विश्व ग्लोब मानचित्र में उत्तरी और पूर्वी गोलार्द्धों में आता है
- भारत का मानक समय (Indian Standard Time) 82o30′ ई(E) देशांतर के रूप में लिया जाता है, जो की GMT +05:30 है यह भारत के बीच (नैनी, इलाहाबाद के पास से.) के माध्यम से गुजरता है इसलिए नैनी इलाहाबाद के पास भारत का मानक समय है।
- देश एक विशाल आकार और उत्तर से दक्षिण के लिए 3214 किलोमीटर और पश्चिम से पूर्व में 2933 किलोमीटर है। इसका भारतीय मानक समय: GMT +05:30 देश का टेलीफोन कोड: – 91।
- समुद्र तट: 7,516.6 किलोमीटर मुख्य भूमि लक्षद्वीप और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह शामिल है।
- भारत के दक्षिण में हिंद महासागर है, दक्षिण पश्चिम में अरब सागर है और दक्षिण पूर्व में बंगाल की खाड़ी है कुल समुन्द्री तट जो की करीब 6100 किलोमीटर का है और भारत की भूमि सीमा 15,200 किलोमीटर लंबा है मुख्य भूमि के समुद्र तट की कुल लंबाई लक्षद्वीप, द्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के साथ 7,519.5 किलोमीटर का है।
सबसे लंबी नदी | गंगा नदी |
सबसे बड़ी झील | चिल्का झील |
हिमालय उच्चतम प्वाइंट | कंचन जंगा (8598 मीटर) |
निम्नतम बिंदु | कुट्टनाड (-2.2 मीटर) |
उत्तरी बिंदु | काराकोरम के पास सियाचिन ग्लेशियर |
सुदूर दक्षिण भाग में | इंदिरा बिंदु ग्रेट निकोबार, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह |
दक्षिणी प्वाइंट (मुख्यभूमि वाला) | कन्या कुमारी (Cape Comorin) |
पश्चिम प्वाइंट | घुआर मोटा(Ghuar Mota), गुजरात |
पूरबी प्वाइंट | किबिथू (Kibithu), अरुणाचल प्रदेश |
सर्वोच्च आल्टीटयूट | कंचनजंगा, सिक्किम |
न्यूनतम ऊंचाई | कुट्टनाड (केरल) |
- शतरंज का आविष्कार भारत में....
- दुनिया को दशमलव पद्धति,अंक पद्धति,आधारीय पद्धति का ज्यान हमने दिया..
- दुनिया को शून्य(आर्यभट्ट) को हमने दिया...
- आज राइट बंधु को हवाई जहाज के आविष्कार के लिए श्रेय दिया जाता है क्योंकि उन्होंने 17 दिसम्बर 1903 हवाई जहाज उड़ाने का प्रदर्शन किया था। किन्तु बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि उससे लगभग 8 वर्ष पहले सन् 1895 में संस्कृत के प्रकाण्ड पण्डित शिवकर बापूजी तलपदे ने “मारुतसखा” या “मारुतशक्त ” नामक विमान का सफलतापूर्व क निर्माण कर लिया था, जो कि पूर्णतः वैदिक तकनीकी पर आधारित था। पुणे केसरी नामक समाचारपत्र के अनुसार श्री तलपदे ने सन् 1895 में एक दिन (दुर्भाग्य से से सही दिनांक की जानकारी नहीं है) बंबई वर्तमान (मुंबई) के चौपाटी समुद्रतट में उपस्थित कई जिज्ञासु व्यक्तियों ( जिनमें अनेक भारतीय न्यायविद्/ राष्ट्रवादी सर्वसाधारण जन के साथ ही महादेव गोविंद रानाडे और बड़ौदा के महाराज सायाजी राव गायकवाड़ जैसे विशिष्टजन सम्मिलित थे ) के समक्ष अपने द्वारा निर्मित “चालकविहीन ” विमान “मारुतशक्त ि” के उड़ान का प्रदर्शन किया था।
- बीजगणित(algebra),त्रिकोणमिति जिससे जिसको अँग्रेज ट्रिगोनोमेट्री(trigonometry) कहते हैं,कलन गणित जिसका अँग्रेजी में नामकरण हो गया केलकुलस(calculas)...ये सारी चीजें विश्व को भारतीयों की ही देन हैं....द्विघातीय समीकरण श्रीधराचार्य ने ११वीं सदी में ही दिया था..ग्रीक या रोम वाले सबसे बडी़ संख्या 10*6(ten to the power six) तक का ही उपयोग कर पाए थे और वर्त्तमान में भी10*12 तक का ही जिसे टेरा कहा जाता है जबकि हमलोगों ने 10*53 का उपयोग किया था,इसका भी विशेष नाम है.(पर वो विशेष नाम मुझे नहीं पता इसलिए नहीं लिखे)
- आज जिसे पाइथागोरस सिद्धांत का नाम दिया जाता है या ग्रीक गणितज्यों की देन कहा जाता है वो सारे भारत में बहुत पहले से उपयोग में लाए जा रहे थे....इसमेम कौन सी बडी़ बात है अगर ये कहा जाय कि उनलोगों ने यहाँ से नकल कर अपनी वाहवाही लूट ली...
- पाई का मान सबसे पहले बुद्धायन ने दिया था पाइथागोरस से कई सौ साल पहले..
- अपनी कक्षा में पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा करने की अवधि हमारे गणितज्य भष्कराचार्य ने हजारों साल पहले ही दे दिया था जो अभी से ज्यादा शुद्ध है........365.258756484 दिन
- विश्व का पहला विश्वविद्यालय तक्षशिला में स्थापित हुआ था ७००ईसा पूर्व जिसमें पूरे विश्व के छात्र पढ़ने आया करते थे तभी तो इसका नाम विश्वविद्यालय पडा़...(इसी विश्वविद्यालय को अँग्रेजी में अनुवाद करके यूनिवर्सिटी नामकरण कर लिया अँग्रेजों ने..)इसमें ६० विषयों की पढा़ई होती थी..इसके बाद फ़िर ३००साल बाद यानि ४०० ईसा पूर्व नालंदा में एक विश्वविद्यालय खुला था जो शिक्षा के क्षेत्र में भारतीयों की महान उपलबद्धि थी.. {*{एक मुख्य बात और कि हमारे महान भारतीय परम्परा के अनुसार चिकित्सा और शिक्षा जैसी मूलभूत चीजें मुफ़्त दी जाती थी इसलिए इन विश्वविद्यालयों में भी सारी सुविधाएँ मुफ़्त ही थी,,रहने खाने सब चीज की...इसमें प्रतिस्पर्द्धा के द्वारा बच्चों को चुना जाता था..इस विश्वविद्यालय की महानता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यहाँ पढ़ने को इच्छुक अनगिनत छात्रों को दरबान से शास्त्रार्थ करके ही वापस लौट जाना पड़ता था..आप सोच सकते हैं कि जिसके दरबान इतने विद्वान हुआ करते थे उसके शिक्षक कितने विद्वान होते होंगे...यहाँ के पुस्तकालय में इतनी पुस्तकें थी कि जब फ़िरंगियों नेर इसमें आग लगा दी तो सालों साल तक ये जलता ही रहा..
- सभी यूरोपीय भाषाओं की जननी संस्कृत है.और १९८७ ई० में फ़ोब्स पत्रिका ने ये दावा किया था कि कमप्युटर लैंग्वेज की सबसे उपयुक्त भाषा संस्कृत है....
- मनुष्यों द्वारा ज्यात जानकारी में औषधियों का सबसे प्राचीन ग्रंथ आयुर्वेद जिसे चरक जी ने २५००ई०पूर्व संग्रहित किया था.उन्हें चिकित्सा-शास्त्र का पिता भी कहा जाता है..{*{पर हमारे धर्मग्रंथ के अनुसार तो आयुर्वेद हजारों करोडो़ साल पहले धन्वन्तरि जी लेकर आए थे समुंद्र-मंथन के समय}*}
- शल्य चिकित्सा{[अभी इसी शल्य का नाम सर्जरी(surgery) हो गया है अँग्रेजी में]} का पिता शुश्रुत को कहा जाता है..२६०० साल पहले ये और इसके सहयोगी स्वास्थ्य वैज्यानिक जटिल से जटिल ऑपरेशन किया करते थे जैसे-सिजेरियन(ऑपरेशन द्वारा प्रसव),,कैटेरेक्ट(आँखों का आपरेशन),क्रित्रिम पैर,टूटी हड्डी जोड़ना,मूत्राशय का पत्थर..इन सबके अलावे मस्तिष्क की जटिल शल्य क्रिया तथा प्लास्टिक सर्जरी भी.......१२५ से ज्यादा प्रकार के साधनों का उपयोग करते थे अपने शल्य-क्रिया के लिए वे..इसके अलावे भी उन्हें इन सब चीजों की भी गहरी जानकारी थी..--anatomy(जंतुओं और पादपों की संरचना का ज्यान),,physiology(प्राणियों के शरीर में होने वाली सभी क्रियाओं का विज्यान),etiology(रोग के कारण का विज्यान),embryology(भ्रूण-विग्यान),metabolism,पाचन,जनन,प्रतिरक्षण आदि आदि...सीधे-सीधी कहूँ तो चिकित्सा सम्बंधी शायद ही ऐसा कोई ज्यान हो जो भारतीयों को ज्यात ना होगा..ये उतना विकसित था जितना अभी भी नहीं है...हमलोगों की एक कथा के अनुसार तो च्यवन ऋषि जडी़-बूटी का सेवन करके वृद्ध से युवक बन गए थे जिसके नाम पर अभी भी च्यवन-प्राश बाजार में बेचा जा रहा है...
- पाँच हजार साल पहले जब अन्य देशों में लोग जंगली बने हुए थे उस समय हमारे यहाँ सिंधु घाटी और हड़प्पा की संस्कृति काफ़ी उन्नत अवस्था में थी..(हलांकि प्रमाण भले ही ५००० साल पहले तक का उपलब्ध हो पर हमारी सभ्यता-संस्कृति इससे भी पुरानी है)
६००० साल पहले सिंधु नदी के किनारे नेविगेशन(समुंद्री यातायात या परिवहन) का विकास हो चुका था..उस समय सारे विश्व को विशाल बरगद वृक्ष के लकडी़ का नाव बनाकर भारत ही दिया करता था....ये शब्द नेविगेशन संस्कृत के नवगातिह से बना है..नौसेना जिसका अँग्रेजी शब्द नेवी(navy) है वो भी हमारे संस्कृत शब्द nau (नौ) से बना है.. - सबसे पहला नदी पर बाँध सौराष्ट्र में बना था...इससे पहले के इतिहास का साक्ष्य भले ना हो पर ये सब कला इससे भी काफ़ी पुरानी है..अज भले ही भारत की प्राचीन उपलब्धियों को गिनाना पड़ रहा है क्योंकि काफ़ी लम्बे सालों के प्रयास से दुश्मनों ने इसे लगभग विलुप्त कर दिया गया है नहीं तो इसे गिनाने की जरुरत नहीं पड़ती फ़िर भी अभी भी ये संभव नहीं है कि कोई हमारी उपलब्धियों को १०-१५ वाक्य लिखकर गिना दे..ये तो अनगिनत हैं.
- विश्व के १० शीर्ष धनी व्यक्तियों में ४ भारतीय हैं.लक्ष्मी मित्तल जो विश्व में पाँचवे हैं वो इंग्लैण्ड में पहले स्थान पर यनि सबसे ज्यादा धनी व्यक्ति हैं..और जहाँ तक मैं जानता हूँ तो बहुत दिन से वो इस स्थान पर हैं..
- विश्व का सबसे महँगा घर मित्तल जी का ही है जो इंगलैण्ड में बना हुआ है जिसकी कीमत ७०करोड़ पॉण्ड है...
- दुनिया का पहला सुपर कम्प्यूटर भारतीय विजय फाटकरने बनाया था
- Hp (कमप्युटर बनाने वाली कम्पनी) के जेनेरल मैनेजर राजीव गुप्ता हैं जो भारतीय हैं...
- Fb फेसबुक के जनक दिब्य नरेंद भारतीय ही हैं...जिस पर हाल ही मै एक फिल्म बनी है थे सोसल नेटवर्क
- पेंटियम चिप(Pentium chip) जिस पर अभी ९०% कमप्युटर काम करते हैं के निर्माता विनोद दह्म हैं(ये भी भारतीय हैं)
- हॉटमेल(hotmail) के संस्थापक(founder)और निर्माता( creator) सबीर भाटिया भारतीय ही हैं...
- अमेरिका के ३८% डॉक्टर और १२% वैज्यानिक भारतीय हैं..(आज से ६-७ साल पहले मैंने किसी पत्रिका में ये आँकडा़ ५०% देखा था कि अमेरिका में ५०% डॉक्टर और वैज्यानिक भारतीय मूल के हैं..)
- पूरे विश्व में भारतीयों की स्थिति.- IBM में नौकरी करने वालों में २८% "intel"में ८०% "NASA"में ३६% और Microsoft में ३४%अगर अमरिका के भारतीय एक दिन काम बंद रखे तो अमरिका में मंदी आ जायेगी
- Sun Microsystems" के सह-संस्थापक--विनोद खोसला
- फ़ॉर्चून मैग्जीन के नए रिपोर्ट के अनुसार अजीज प्रेमजी दुनिया के तीसरे धनी व्यक्ति हैं जो विप्रो के CEO हैं..
- AT & T-Bell जो कि C,C++ जैसे कमप्युटर भाषा के निर्माता हैं के अध्यक्ष --अरुण नेत्रावाली
- Microsoft Testing Director of window 2000 ---- - सन्जय तेजव्रिका
- 1. Chief Executive of CitiBank,Mckensey & Stanchart--- Victor Menezes,Rajat Gupta & Rana Talwar..
- आईटी क्षेत्र में तो भारत नम्बर एक है ही पर किसी भी क्षेत्र में आप देख लो १ से १० में होंगे ही..एविएशन क्षेत्र में नौवें पर मध्यम तथा भारी वाहनों में चौथे पर कार में ग्यारहवाँ दोपहिया और तीनपहिया में एशिया में पहले स्थान पर ...
- अमेरिका और जापान के बाद भारत ही ऐसा देश है जिसने खुद से सुपर कमप्युटर का निर्माण किया है.
इस तरह एक-एक कर भारत की वर्त्तमान उपलब्धियों को गिनाना संभव नहीं है
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अभी सब भारत को भले ही गरीब-गरीब कहकर मजाक उडा़ ले पर उस समय सारा विश्व इसपे अपनी नजरें गडा़ए रहता था.
.कोलंबस और वास्कोडिगामा भारत के बेशुमार धन को ही देखकर ही तो लालच में पड़ गया था तभी तो उस दुष्कर अनजान यात्रा पर निकल पडा़ जिसमें अगर उसका भाग्य ने साथ ना दिया होता तो जीवन भर समुंद्र में ही भटक-भटक कर अपने प्राण गँवा देता..
.और रोबर्ट क्लाइव था वो ,१७४४ मे भारत आया था ,जो भारत से ९०० (जिसकी छमता ५० मेट्रिक टन/प्रति जहाज़ )जहाज़ भर के ले गया था सोना,चांदी ,हीरे जवाहरात और वो भी सिर्फ १ शहर कोलकाता के १ छोटे से भाग से लूटकर ले गया |१७ दिन तक या शायद एक-डेढ़ महीने तक सोना ढोता रहा था फ़िर भी यहाँ का सारा सोना इंग्लैण्ड ना ले जा पाया.
ये तो वही बात हुई कि १०० चूहे खाकर बिल्ली(जो अब शिकार करने में अक्षम हो गयी हो)हज करने को चली.......
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.बात करते हैं हमारे धर्मराज युधिष्ठिर की जिन्होंने राजसूय यज्य में सैकडो ब्राह्मणों को सोने की थाली में भोजन करवाया था और फ़िर वो थाली उन्हें दान में दे दी थी....
हम पूरे विश्व मे सबसे धनी थे,और अभी भी हो सकते हैं ५ सालो मे ...!!
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अभी सब भारत को भले ही गरीब-गरीब कहकर मजाक उडा़ ले पर उस समय सारा विश्व इसपे अपनी नजरें गडा़ए रहता था.
.कोलंबस और वास्कोडिगामा भारत के बेशुमार धन को ही देखकर ही तो लालच में पड़ गया था तभी तो उस दुष्कर अनजान यात्रा पर निकल पडा़ जिसमें अगर उसका भाग्य ने साथ ना दिया होता तो जीवन भर समुंद्र में ही भटक-भटक कर अपने प्राण गँवा देता..
.और रोबर्ट क्लाइव था वो ,१७४४ मे भारत आया था ,जो भारत से ९०० (जिसकी छमता ५० मेट्रिक टन/प्रति जहाज़ )जहाज़ भर के ले गया था सोना,चांदी ,हीरे जवाहरात और वो भी सिर्फ १ शहर कोलकाता के १ छोटे से भाग से लूटकर ले गया |१७ दिन तक या शायद एक-डेढ़ महीने तक सोना ढोता रहा था फ़िर भी यहाँ का सारा सोना इंग्लैण्ड ना ले जा पाया.
ये तो वही बात हुई कि १०० चूहे खाकर बिल्ली(जो अब शिकार करने में अक्षम हो गयी हो)हज करने को चली.......
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.बात करते हैं हमारे धर्मराज युधिष्ठिर की जिन्होंने राजसूय यज्य में सैकडो ब्राह्मणों को सोने की थाली में भोजन करवाया था और फ़िर वो थाली उन्हें दान में दे दी थी....
हम पूरे विश्व मे सबसे धनी थे,और अभी भी हो सकते हैं ५ सालो मे ...!!
भारत के बारे मै कुछ रोचक जानकारी !!!!!
Reviewed by Mukesh Mali
on
7/08/2012 11:55:00 AM
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